संस्थापक संदेश

प्रस्तावना – इस विद्यालय का शिलान्यास 14 नवम्बर 1969 को ग्राम प्रधान पं० जौहरी लाल त्रिवेदी द्वारा किया गया जिसके लिए स्व०ठा० सूर्यपाल सिंह ने अपने परिवार के लोगों से 1 बीघा 8 बिश्वा जमीन उपलब्ध कराई तत्पश्चात दोनों संस्थापकों ने अपने कुछ सहयोगियों को लेकर इसकी प्रगति के लिए प्रयासरत हो गए।

भूमि-स्व० ठा० सूर्य पाल सिंह परिहार के परिवार के लोगों से भवन हेतु 1 बीघा 8 विश्वा जमीन का विद्यालय के नाम बैनामा कराया श्री राम प्रताप राठौर ने 4 विश्वा व 2 बीघा 4 विश्वा जमीन भी जंगबहादुर सिंह ने दान दी, शेष 22 बीघा जमीन ग्राम प्रधान द्वारा विद्यालय के नाम पट्टा किया गया।

प्रबंध समिति – विद्यालय को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पं० जौहरी लाल त्रिवेदी की अध्यक्षता तथा स्व० ठा० सूर्यपाल सिंह परिवार के प्रबंधन में 13 सदस्यीय प्रबंध समिति का निर्माण किए गया। जिसमें निम्न लिखित सर्व श्री स्व०चंद्र पाल सिंह, स्व० भगवत सिंह, स्व० कर्ण सिंह, स्व० राजा राम सिंह परिहार, स्व० श्याम लाल तिवारी, स्व० राम सेवक त्रिवेदी तथा श्री जगदीश नारायण त्रिपाठी आदि सहयोगी सदस्य थे। कुछ समय बाद श्री अशोक कुमार सिंह परिहार, रंजीत सिंह, वीरेन्द्र सिंह शिव दुलारे प्रसाद त्रिवेदी, त्रिभुवन प्रसाद त्रिपाठी, राम स्वरूप सिंह तथा राम प्रताप सिंह राठौर आदि के प्रबंध समिति में शामिल किया गया। वर्तमान समय में श्री बद्री नारायण तिवारी अध्यक्ष तथा पं० जौहरी लाल त्रिवेदी प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं।